हरियाणा गठन के समय 7 जिले थे । उनको आपने इस Trick के द्वारा याद रखना है । GHAR JK ME(घर जम्मू कश्मीर में ) । इसका मतलब जब Haryana punjab राज्य से 01 नवम्बर 1966 को अलग हुआ तब हरियाणा में सिर्फ 7 जिले थे ।
G- Gurugram (गुरुग्राम)
H- Hisar
A- Ambala
R- Rohtak
J-Jind
K- Karnal
Me- Mahendergarh
छ साल तक राज्य में कोई नया जिला नहीं बना । 6 साल बाद दो नए जिलों का निर्माण हुआ ।
22 दिसम्बर(उत्तर ध्रुव का छोटा दिन) 1972 को भिवानी और सोनीपत बने ।
23 जनवरी 1973 को कुरुक्षेत्र
26 अगस्त 1975 को सिरसा
15 अगस्त 1979 को फ़रीदाबाद । इसके 10 साल बाद तक किसी नए जिले का गठन नहीं हुआ ।
01 नवम्बर 1989 को 04 जिलों का गठन हुआ । जिसे हम (KRPY)क्रिपि के नाम से याद रख सकते हैं ।
K- kaithal
R- Rewari
P- panipat
Y- yamunanagar
15 अगस्त 1995 को पंचकुला
15 जुलाई 1997 को फ़तेहाबाद और झज्जर
04 अप्रैल 2005 को नुंह
15 अगस्त 2008 को पलवल
10 अक्तूबर 2016 को चरखी दादरी ।
- नोट: 24 जुलाई 1991 को पानीपत को दोबारा से करनाल में मिला लिया गया था परंतु 01 जनवरी 1992 को इसे फिर से जिला बना दिया गया ।
- अम्बाला और सिरसा हरियाणा लोकसभा क्षेत्र की एकमात्र दो सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है ।
- कुरुक्षेत्र जिला की खुद की विधानसभा सीट नहीं है ।
- चरखी दादरी की 18 सितंबर 2016 को घोषणा कर दी गई थी । 18 सितंबर 1966 को Haryanyaa राज्य की पंजाब से अलग करने की घोषणा कर दी गई थी ।
- हिसार व फ़तेहाबाद फिरोज़शाह तुगलक ने बसाए थे ।
- 12 अप्रैल 2016 को गुड़गाँव और मेवात का नाम बदलने का निर्णय लिया गया ।
- मेवात का प्राथमिक नाम सत्यमेव पुरम था, जिसकी घोषणा 02 अक्तूबर 2004 को तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री ओमप्रकाश चोटाला ने की थी ।