दोस्तों Knowledge Group में आपका स्वागत है। आप सब के प्यार से यह Blog तरक्की कर रहा है और भविष्य में भी आशा करता हूँ कि हम सब का प्यार यूँ ही बना रहेगा। दोस्तों, आप सब ने इस Blog की Posts को अपने दोस्तों में शेयर किया, जिसके कारण यह Blog विकास के पथ पर है, मैं उन सब दोस्तों को दिल से धन्यवाद करता हूँ और भगवान से दुआ करता हूँ कि उनका Blog भी इसी प्रकार तरक्की करे।
दोस्तों, आज हम सीखेंगे Domain लगाना Website के नाम के पीछे । अगर आप नए हैं तो मैं आपको यहाँ बता दूँ कि हमने Website या Blog कैसे बनाते हैं, उनके अंदर कैसे लिखते हैं और उनका डिज़ाइन कैसे तैयार करते हैं। अगर आप इनसे परिचित नहीं हैं तो आप हमारे Blogging Section में जाकर ये तीनों Posts को एक बार पढ़ ले ताकि आपको अपनी Website बनाने में कोई परेशानी न हो।
Domain क्या है?
जी हाँ, पहले तो ये ही देख लेते हैं कि Domain है क्या? उसके बाद ही इसे लगाना सीखेंगे। किसी भी Website का नाम ही Domain कहलाता है। आपकी Website का नाम Search Bar में भरकर जो भी सर्च करेगा, आपकी Website खुल जाएगी । आपने जो Website बना रखी है, इसका सारा डाटा एक Server में जमा होता रहता है । इस डाटा को Internet की भाषा में एक Address दिया जाता है, जिसको हम IP Address कहते हैं। इस तरह जब भी कोई व्यक्ति आपकी Website का नाम लिखकर Search करेगा तो वो Address सर्वर पर आपकी Website के IP Address से मैच हो जाएगी और आपकी Website खुल जाएगी । चलो छोड़ो ये तो Advance Level की बात हो जाती है । जिसको हम फिर किसी Posts में Detail से बात करेंगे ।
जैसे कि अब www.knowledgegrup.blogspot.com में आप .blogspot.com देख रहे होंगे यह Google द्वारा हमें Subdomain दिया जाता है । आप कई Website के नाम के पीछे .com, .in आदि लगा देखते होंगे, ये सब Top Level Domain कहलाते हैं। जैसे : www.marketinhindi.com
How many Types of Domain?
अब बात कर लेते हैं Domain ke parkar? Domain कई तरह की होती हैं। Simple Domain और Top Level Domain? Top Level Domain को TLD भी कहते हैं । ICANN (Internet Corporation for Assigned Names and Numbers) आपको कुछ निम्न प्रकार के TLD देती है :
कुछ Top Level Domain और उनका वर्णन इस प्रकार है -
दोस्तों, आज हम सीखेंगे Domain लगाना Website के नाम के पीछे । अगर आप नए हैं तो मैं आपको यहाँ बता दूँ कि हमने Website या Blog कैसे बनाते हैं, उनके अंदर कैसे लिखते हैं और उनका डिज़ाइन कैसे तैयार करते हैं। अगर आप इनसे परिचित नहीं हैं तो आप हमारे Blogging Section में जाकर ये तीनों Posts को एक बार पढ़ ले ताकि आपको अपनी Website बनाने में कोई परेशानी न हो।
Domain क्या है?
जी हाँ, पहले तो ये ही देख लेते हैं कि Domain है क्या? उसके बाद ही इसे लगाना सीखेंगे। किसी भी Website का नाम ही Domain कहलाता है। आपकी Website का नाम Search Bar में भरकर जो भी सर्च करेगा, आपकी Website खुल जाएगी । आपने जो Website बना रखी है, इसका सारा डाटा एक Server में जमा होता रहता है । इस डाटा को Internet की भाषा में एक Address दिया जाता है, जिसको हम IP Address कहते हैं। इस तरह जब भी कोई व्यक्ति आपकी Website का नाम लिखकर Search करेगा तो वो Address सर्वर पर आपकी Website के IP Address से मैच हो जाएगी और आपकी Website खुल जाएगी । चलो छोड़ो ये तो Advance Level की बात हो जाती है । जिसको हम फिर किसी Posts में Detail से बात करेंगे ।
जैसे कि अब www.knowledgegrup.blogspot.com में आप .blogspot.com देख रहे होंगे यह Google द्वारा हमें Subdomain दिया जाता है । आप कई Website के नाम के पीछे .com, .in आदि लगा देखते होंगे, ये सब Top Level Domain कहलाते हैं। जैसे : www.marketinhindi.com
How many Types of Domain?
अब बात कर लेते हैं Domain ke parkar? Domain कई तरह की होती हैं। Simple Domain और Top Level Domain? Top Level Domain को TLD भी कहते हैं । ICANN (Internet Corporation for Assigned Names and Numbers) आपको कुछ निम्न प्रकार के TLD देती है :
कुछ Top Level Domain और उनका वर्णन इस प्रकार है -
- .com(Commercial)
- .net(Network)
- .gov(Goverenment)
- .org(Organisation)
- .edu(Education)
- .info(Information)
- .mil(Military)
- .biz(Business)
उदाहरण के लिए : marketinhindi.com
कुछ Top Level Domain देश के नाम पर होते हैं, इन्हें CCTLD कहते हैं। CCTLD का मतलब Country Code Top Level Domain होता है। लेकिन अगर किसी की Website नाम के पीछे अगर .in लगा है तो यह जरूरी नहीं है कि उस Website का मालिक India का ही होगा, वह किसी भी दूसरे देश का हो सकता है। अगर वह .in डोमैन का प्रयोग कर रहा है तो उसका मकसद है कि उसकी Website पर India का Traffic आए। ऐसा करने से उसके पास दूसरे देशों से भी Traffic आ सकता है लेकिन उसका Main Target India होगा।
CCTLD डोमैन नीचे दी जा रही हैं-
- .in (India)
- .us (United States)
- .au (Australia)
- .br (Brazil)
- .ca (Canada)
- .cn (China)
- .fr (France)
TLD Provider List
- Bigrock
- GoDaddy
- Namecheap
- Znetlive आदि
दोस्तों, हमने Domain के बारे में इतना कुछ सीख लिया है तो अब बात करते हैं कि Domain Name को Buy करते समय किस-किस बात का ध्यान रखना चाहिए ।
Domain Name ko Buy karte samay niche di gai baaton ka dhyan rakhen:
- हमेशा छोटे Domain Name को ही चुने ।
- किसी दूसरे से मिलता जुलता Domain Name कभी ना खरीदे ।
- ऐसा Domain Name को खरीदे जो याद रखने में आसान हो ।
- Domain Name हमेशा Unique होना चाहिए।
- TLD को ही खरीदे ।
- आपके Domain Name में कभी भी Special Character का prayog नहीं होना चाहिए ।
- आपका Domain Name आपके Business से संबंधित होना चाहिए ।
दोस्तों, इसी Post को ज्यादा लंबा न खिंचता हुआ मैं इस Post को यही Stop करता हूँ और अगली Post में हम Domain Extension कैसे लगती है वो सीखेंगे ।
आपको यह Post कैसे लगी, कृप्या कमेंट के माध्यम से बताकर मेरा मार्गदर्शन करे ताकि मैं अपनी गलतियों में सुधार कर सकूँ । यहाँ पर मैंने हर एक चीज को अच्छी तरह से वर्णन करने की कोशिश की है लेकिन अगर आप कमेंट के माध्यम से हमें कुछ बताते हैं तो मैं इस Post में उस कमी को दूर करके इसे और अच्छा बनाने की कोशिश करूंगा । इस Post को Last तक पढ़ने के लिए आप सब का दिल से धन्यवाद !